एक समय था जब राजस्थान के नागरिकों को सरकारी कामों के लिए लंबी लंबी लाइनों में खड़े होना पड़ता था। लेकिन अब जगह जगह पर राजस्थान ई-मित्र केंद्र आ जाने की वजह से लोग घर के पास से ही अपने सरकारी कामों को पूरा करवा सकते हैं।
लेकिन इस योजना की सबसे अच्छी बात है कि राजस्थान के युवा अपना खुद का ई-मित्र केंद्र खोलकर विभिन्न सेवाएं लोगों को प्रदान करके कुछ पैसे कमा सकते हैं। इस लेख में हम आपको राजस्थान में ई-मित्र केंद्र खोलने की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे। बशर्ते आपको ये आर्टिकल अंत तक पढ़ना होगा।
ई-मित्र केंद्र क्या है?
ई-मित्र केंद्र का पूरा नाम इलेक्ट्रॉनिक मित्र है जोकि राजस्थान सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। सरल शब्दों में समझें तो यह एक ही छत के नीचे विभिन्न सरकारी सुविधाएं वाला एक सुविधा केंद्र होता है। राज्य भर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आपको ई-मित्र केंद्र आसानी से मिल जाएंगे।
इससे नागरिकों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी और साथ ही साथ उनकी मेहनत और पैसे की भी बचत होगी। राजस्थान सरकार द्वारा राज्य के 33 से भी अधिक ज़िलों में ई-मित्र केंद्र की सुविधा दी जा रही है जिनका लाभ उठाया जा सकता है।
ई-मित्र केंद्र का उद्देश्य
ई-मित्र केंद्रों का सीधा उद्देश्य है कि हर नागरिक को सरकारी सेवाओं तक आसानी से पहुंच मिल सके। ये केंद्र डिजिटल इंडिया पहल को आगे बढ़ाते हुए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए सरकारी काम कराने की सुविधा देते हैं जिनमें कुछ ही मिनटों का समय लगता है।
ऐसे में नागरिकों को ना तो लंबी लंबी कतारों में खड़े होने की जरूरत पड़ती है और ना ही उनका कीमती समय व्यर्थ जाता है। इसके साथ ही ई-मित्र चालक कुछ पैसे भी कमा सकते हैं। यानि ई-मित्र केंद्र द्वारा सरकार और नागरिक, दोनों को ही लाभ मिलते हैं।
ई-मित्र केंद्र के लाभ एवं विशेषताएं
नागरिकों को ई-मित्र केंद्र न केवल सरकारी सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान करते हैं बल्कि ये उन्हें कई तरह के फायदे भी पहुंचाते हैं। निम्न आप विस्तार से देख सकते हैं कि राजस्थान ई-मित्र केंद्र के कौन कौनसे लाभ और विशेषताएं हैं:
- ई-मित्र केंद्र द्वारा राज्य के नागरिक आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, बिजली, पानी, रेलवे, पेंशन और आयकर रिटर्न जैसी 450 से भी ज़्यादा सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
- इससे नागरिकों के कीमती समय और मेहनत की बचत होती है।
- इन सुविधा केंद्रों को राजस्थान के 33 ज़िलों से शुरू किया गया है और धीरे धीरे पूरे राजस्थान में ये सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
- आमतौर पर ई-मित्र केंद्र राज्य भर में आसानी से सुलभ स्थानों पर स्थित होते हैं ताकि नागरिक इन तक आसानी से पहुँच सकें।
- ई-मित्र केंद्रों में सभी कार्य पारदर्शी तरीके से किए जाते हैं।
- राजस्थान नागरिक 365 दिनों में से कभी भी ई-मित्र केंद्र का लाभ उठा सकते हैं।
- नागरिक अपना खुद का ई-मित्र सुविधा केंद्र खोलकर पैसे भी कमा सकते हैं।
ई-मित्र पोर्टल के माध्यम से कौनसी सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है?
ई-मित्र केंद्र नागरिकों के जीवन को कई तरह से आसान बना देता है। क्योंकि इस एक सुविधा केंद्र से ही कई सारी सुविधाएं प्राप्त की जा सकती हैं। आईए जानते हैं कि ई-मित्र केंद्र के कार्य क्या हैं और इससे कौन कौनसी सेवाओं का लाभ ले सकते हैं:
- जन्म प्रमाण, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, और आय प्रमाण पत्र आवेदन और प्राप्ति
- आधार कार्ड आवेदन और प्राप्ति
- पैन कार्ड आवेदन और प्राप्ति
- बिजली बिल भुगतान
- पानी बिल भुगतान
- टेलीफोन बिल भुगतान
- गैस बिल भुगतान
- मोबाइल रिचार्ज
- डीटीएच रिचार्ज
- रेलवे टिकट बुकिंग
- बस टिकट बुकिंग
- हवाई जहाज टिकट बुकिंग
- पेंशन योजनाओं के लिए आवेदन
- छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए आवेदन
- राशन कार्ड योजना के लिए आवेदन
- आयकर रिटर्न दाखिल करना
- पासपोर्ट के लिए आवेदन (कुछ केंद्रों पर)
- अन्य 400+ सेवाएं।
राजस्थान ई-मित्र केंद्र खोलने के लिए पात्रता
जैसा कि हम जान चुके हैं कि अगर नागरिक चाहें तो अपना ई-मित्र केंद्र खोलकर कमाई भी कर सकते हैं। लेकिन हर कोई अपना ई-मित्र केंद्र नहीं खोल सकता। बल्कि ये सुविधा केंद्र वही लोग खोल सकते हैं जो इसके योग्य हैं। तो इसीलिए अब हम राजस्थान ई-मित्र केंद्र के लिए पात्रता मानदंडों को जानेंगे:
- आवेदक राजस्थान का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- उसकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आवेदक कम से कम 10 वीं पास होना चाहिए।
- हिंदी और अंग्रेजी भाषा में पढ़ने, लिखने और बोलने में प्रवीण होना चाहिए।
- कंप्यूटर का ज्ञान होना चाहिए और इंटरनेट का उपयोग करने में भी सक्षम होना चाहिए।
- उपयुक्त स्थान होना चाहिए जहां पर अपनी सेवाओं को प्रदान कर सके।
- आवेदक को हिंदी और इंग्लिश टाइपिंग अच्छे से आनी चाहिए।
ई-मित्र केंद्र खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज़
दरअसल ई-मित्र केंद्र खोलने के लिए भी आपको कुछ दस्तावेज़ों की जरूरत होगी जो आपकी पात्रता को ज़ाहिर करते हैं। निम्न सूचि में आप देख सकते हैं कि ई-मित्र केंद्र खोलने के लिए आपको कौन कौनसे दस्तावेज़ जमा करने होंगे:
- मोबाईल नंबर
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- कक्षा 10वीं की मार्कशीट
- चरित्र प्रमाण पत्र
- पुलिस सत्यापन प्रमाण पत्र
- 100-100 रूपये के 2 स्टाम्प पेपर
- भामाशा कार्ड
अपना ई-मित्र केंद्र कैसे खोलें?
इंटरनेट पर काफी सारे वीडियो और ब्लॉग पोस्ट में SSO से ई-मित्र केंद्र खोलने का तरीका बताया जा रहा है। लेकिन इस तरीके में हमें पर्सनल आईडी मिलती है जिसे हम केवल निजी कामों के लिए ही इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन निम्न हम आपको ऐसे तरीके के बारे में बताएंगे जिससे आपको आधिकारिक ई-मित्र आईडी मिलेगी और आप पैसे भी कमा सकेंगे:
- सबसे पहले आपको ई-मित्र केंद्र खोलने के लिए पात्र बनना होगा और इसके लिए आवश्यक उपकरणों का इंतज़ाम करना होगा।
- अब आपको अपने नज़दीकी ई-मित्र लोकल सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क करना है। इस लिंक पर क्लिक करके आप अपने नज़दीकी LSP की लिस्ट देख सकते हैं।
- एलएसपी आप से कुछ जरूरी जानकारी की मांग करेगा जोकि अच्छे से आपको बतानी है।
- इसके साथ ही सभी जरूरी दस्तावेज़ भी एलएसपी के पास जमा करें।
- आपको अब कुछ शुल्क का भुगतान करना होगा जोकि 1000 रूपये से लेकर 3000 रूपये तक हो सकता है।
- उच्च अधिकारीयों द्वारा अब आपके द्वारा दी जानकारी की जांच-पड़ताल की जाएगी।
- अगर आप योग्य पाए जाते हैं तो आपको यूनिक ई-मित्र आईडी प्रदान की जाएगी जिससे आप पैसे कमा सकते हैं।
गांव में ई-मित्र कैसे खोलें?
ग्रामीण क्षेत्र में अपना ई-मित्र केंद्र खोलना ज़्यादा फायदेमंद हो सकता है और यह कोई मुश्किल काम भी नहीं है। आपको बस अपने नज़दीकी LSP से संपर्क करना है और उसे अपने आवेदन की जानकारी देनी है। साथ ही अपने आवश्यक दस्तावेज़ भी दे देने हैं।
इसके लिए LSP यानि Local Service Provider आप से कुछ Fees चार्ज करेगा। अब जब आपको ई-मित्र आईडी मिल जाती है तो अपने गांव में आप ई-मित्र सेवाएं देना चालु कर सकते हैं। इसे तरह से ई-मित्र से आपकी कमाई शुरू हो जाएगी।
ई मित्र खोलने के लिए ज़रूरी चीज़े
अपना ई मित्र खोलने के लिए आपको कुछ चीज़ों की जरूरत होगी ताकि आप बिना किसी परेशानी के लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान कर सकें। ऐसे में अब हम आपको बताएंगे कि ई मित्र सुविधा केंद्र के लिए आपको कौन कौनसी चीज़ों की जरूरत पड़ सकती है:
- उपयुक्त स्थान
- कंप्यूटर
- प्रिंटर
- स्कैनर
- इंटरनेट कनेक्शन
- वेब कैमरा
- बायोमेट्रिक डिवाइस
- ई-मित्र सेवाओं के लिए आवश्यक सॉफ्टवेयर
- लेमीनेशन मशीन
ई मित्र खोलने में कितना खर्चा आता है?
ई मित्र खोलने में खर्च की अगर बात की जाए तो ये इसपर निर्भर करता है कि आप कितना खर्च करने के लिए तैयार हैं। अगर आप कम खर्च में अपना ई-मित्र केंद्र शुरू करना चाहते हैं और आपके पास अपनी जगह है तो इसकी शुरुआत 20 से 30 हज़ार रूपये से होती है जिसमें कुछ आवश्यक उपकरण ही होंगे।
लेकिन अगर आपका बजट ज़्यादा है और ग्राहकों को आप हाई-टेक सुविधाएं प्रदान करना चाहते हैं तो इसमें आपका खर्च 50 हज़ार से लेकर लाख रुपए तक हो सकता है। अब तय आपको करना है कि आपको किस तरह का ई-मित्र केंद्र खोलना है।
e Mitra Rajasthan खोलकर कितनी कमाई हो सकती है?
इ-मित्र पर विभिन्न सरकारी योजनाओ की सुविधाए देकर प्रति माह Rs 20000 से लेकर Rs 1 लाख तक की कमाई हो सकती है। हलाकि यह कमाई, कई परिबालो पर निर्भर करती है इस लिए निश्चित आय तय करना नामुमकिन है।
देखा जाए तो राजस्थान ई-मित्र की आपकी कमाई कई कारकों पर निर्भर करती है। जैसे कि आपने किस क्षेत्र में केंद्र खोला है, रोज़ाना कितने ग्राहक आपके पास आते हैं और आप कितनी ज़्यादा सेवाएं प्रदान करते हैं आदि।
ई-मित्र सुविधा केंद्र कहां पर खोलना चाहिए?
अब काफी सारे लोगों के मन में यह सवाल पैदा हो सकता है कि अपना ई-मित्र सुविधा केंद्र कहां पर खोलें ताकि ज़्यादा से ज़्यादा कमाई हो सके। इसके लिए आप निम्न बताए गए पॉइंट्स को ध्यान में रख सकते हैं:
- ऐसा क्षेत्र चुनें जहां जनसंख्या घनी हो और लोगों को सरकारी सेवाओं तक आसानी से पहुंच न हो।
- सुनिश्चित कीजिये कि वहां पर ई मित्र केंद्र अधिक ना हों।
- आपके सुविधा केंद्र पर लोग आसानी से पहुंच सकें। कोशिश करें कि आपका केंद्र मुख्य सड़क या बाजार क्षेत्र के पास हो।
- बिजली, इंटरनेट कनेक्शन और पर्याप्त जगह वाला स्थान हो।
- जहां इंटरनेट और कंप्यूटर का उपयोग कम है, ऐसे इलाकों में आपकी कमाई और भी ज़्यादा हो सकती है।
ई मित्र पर कितनी सेवाएं उपलब्ध है?
ग्राहकों को E Mitra Kendra में मोबाईल रिचार्ज से लेकर आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज़ों के लिए आवेदन करने की हर तरह की सुविधा मिलती है। इसमें विभिन्न सरकारी विभागों से जुड़ी 450 से भी ज्यादा सेवाएं उपलब्ध हैं। इसका मतलब है कि लोगों को अलग अलग विभागों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं। ग्राहक आपके पास से ही ये सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं जिसका लाभ उठाते हुए आप पैसे कमा सकते हैं।
Rajasthan E-Mitra Kendra संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
क्या ई-मित्र आईडी के लिए शुल्क देना जरूरी है?
एलएसपी जो ई-मित्र आईडी बनाने के लिए शुल्क लेते हैं वो इसलिए होता है ताकि जब आपको अपने कार्य संबंधित कोई परेशानी आती है, वे आपकी मदद कर सकें। कुछ ऐसे भी LSP हैं जो आप से शुल्क नहीं लेंगे। लेकिन जब आपको कोई परेशानी होगी तो आपकी कोई सहायता नहीं की जाएगी। इसके बारे में अधिक जानकारी आप LSP से प्राप्त कर सकते हैं।
क्या मैं अपने गांव में ई-मित्र केंद्र खोल सकता हूँ?
बिलकुल, ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी सेवाओं तक पहुंच सीमित होने की वजह से अपना ई-मित्र केंद्र खोलकर अधिक लाभ उठा सकते हैं।
क्या ई-मित्र केंद्र खोलने के लिए कोई आयु सीमा है?
ई-मित्र केंद्र खोलने के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
ई-मित्र आईडी मिलने में कितना समय लगता है?
लोकल सर्विस प्रोवाइडर से जब आप एक बार आवेदन कर देते हैं तो आईडी मिलने में आपको 3 से 5 दिन तक का समय लग सकता है।