पीएम विश्वकर्मा योजना की घोषणा कब हुई?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की घोषणा, भारत की प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी के द्वारा 15 अगस्त 2023 को हुई थी और उसके आवेदन की प्रक्रिया विश्वकर्मा जयंती से शुरू होगी। स्वतंत्रता दिवस की स्पीच में मोदीजी ने अपने जन्म दिन को विश्वकर्मा दिवस के रूप में मानाने का एलान किया था। जो समस्त विश्व की रचना और उससे जुड़े निर्माण कार्यो को करता है उसे विश्वकर्मा कहते है।
साल 2024 में विश्वकर्मा जयंती कब है?
हर साल 17th सितम्बर को विश्वकर्मा जयंती के रूप में मनाया जाता है और देव विश्वकर्मा की पूजा अर्चना की जाती है। हिन्दू धर्म के इतिहास के मुताबिक भगवान विश्वकर्मा के जन्म को जयंती के रूप में मनाया जाता है।
भगवान विश्वकर्मा को निर्माण / सर्जन के देव माना जाता है। जब कुछ नहीं था तब विश्वकर्मा ने पृथ्वी, जल और भूमि का निर्माण किया। इसी लिए सभी कारीगर वर्ग और कलाकार वर्ग उन्हें अपने इष्टदेव मानते है।
नरेंद्र मोदी ने अपनी स्पीच में बताया की कारीगरों और कलाकारों का इस देश के निर्माण में बहोत ही बडा योगदान है और उसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। उसके बावजूद आज इस वर्ग नज़रअंदाज किया जाता है और ज़्यादा महत्त्व नहीं दिया जाता।
भगवन विश्वकर्मा के संतान स्वरुप इस वर्गों को सन्मान देने हेतु और उनके व्यसाय के विकास हेतु, 17 सितम्बर को नरेंद्र मोदी के द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना को जारी किया गया। उसके साथ आदरणीय प्रधान मंत्री ने यशोभूमि नाम के एक्सहिबिशन सेंटर का भी उद्घाटन किया है।
हाथ के हुनर से, औजारों से और परंपरागत रूप से काम करने वाले लाखो परिवारों के लिए यह योजना उम्मीद की एक नयी किरण बन कर आ रही है।
जो समस्त विश्व की रचना और उससे जुड़े निर्माण कार्यो को करता है उसे विश्वकर्मा कहते है। कारीगरों की पहचान बनाने में, उनकी समृद्धि, सम्मान और सामर्थ्य बढ़ाने में यह योजना सहयोगी बनेगी।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए कितना बजट रखा गया है?
इस योजना के लिए सरकार ने Rs 13000 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया है। यह पैसे कलाकारों और कारीगरों को ट्रेनिंग, टेक्नोलॉजी और टूल्स देने में खर्च होंगे। इस योजना में आवेदन करने वाले लोगो को ट्रेनिंग मिलेगी और साथ ही में टूलकिट भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
इसके अलावा इस योजना में १ लाख तक की लोन भी मिलेगी जिसका ब्याज दर बिलकुल ही कम रहेगा। अगर यह लोन की भरपाई कर देते है तो २ लाख रूपए का लोन और मिलेगा।
यह योजना भाजप पक्ष ने OBC category के लोगो को लक्ष्य में लेकर बनाई है। भारत में ५४% नागरिक ओबीसी कास्ट से है और यही लोग कारीगरी और कलाकारी का काम करते है। योजना के मुख्या लाभार्थी में हाथ से और औजारों से काम करने वाले लोग है यानि की ज़्यादा OBC केटेगरी के ही लोग है। अंत में पीएम मोदी ने इस योजना के लिए सभी देशवासिओ को बधाई दी और अपना भाषण समाप्त किया।